विजिलेंस की भ्रष्टाचार पर नकेल से बिल्डरों व व्यपारियों में संतोष

विजिलेंस की भ्रष्टाचार पर नकेल से बिल्डरों व व्यपारियों में संतोष

Vigilance Cracking Down on Corruption

Vigilance Cracking Down on Corruption

विजिलेंस की तत्कालीन कार्यकारी अधिकारी गिरीश वर्मा से पूछताछ जारी

अर्थ प्रकाश संवाददाता
चंडीगढ़, 13 अक्तूबर

जीरकपुर नगर काउंसिल के तत्कालीन कार्यकारी अधिकारी गिरीश वर्मा की गिरफ्तारी के बाद व्यापारियों और बिल्डरों में खासा संतोष देखा जा रहा है और उन्होंने विजिलेंस की भ्रष्टाचार पर नकेल कसे जाने की इस कार्रवाई पर अपना संतोष व्यक्त किया है। गिरीश वर्मा अप्रैल 2008 से मार्च 2021 तक जीरकपुर नगर काउंसिल में कार्यरत रहे। इस बीच संपत्तियों की खरीद-फरोख्त में हुई गड़बड़ियों को लेकर आरोप भी लगते रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ बिल्डरों व व्यापारियों का कहना है कि विजिलेंस ने प्रदेश में जिस तरह से भ्रष्टाचार पर तुरंत कदम उठाए हैं उस तर्ज पर जीरकपुर में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए गिरीश वर्मा के 2008 से पहले के रिकॉर्ड को भी खंगाला जाए।
आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार किए गए जीरकपुर नगर काउंसिल के तत्कालीन कार्यकारी अधिकारी गरीश वर्मा से पंजाब विजिलेंस की पूछताछ जारी रखे हुए है। विजिलेंस को वर्मा की दस संपत्तियों के बारे पता लगा है। उन्होंने अप्रैल 2008 से मार्च 2021 तक जीरकपुर में रह कर भू माफिया से जुड़े लोगों का साथ दिया और करोड़ों रुपये की संपत्तियां बनाई। हालांकि जीरकपुर के बिल्डरों की शिकायतों पर वर्मा पर कई बार विभागीय कार्रवाई भी हुई थी। मौजूदा समय में गिरीश वर्मा अमृतसर की भिखीविंड स्थित नगर परिषद में कार्यरत है। सूत्रों की माने तो गिरीश वर्मा के जीरकपुर में रहते पुराने रिकार्ड को खंगालने के लिए विजिलेंस पुरानी शिकायतों को भी खंगाल सकती है। गौरतलब है कि पड़ताल के आधार पर विजिलेंस ब्यूरो द्वारा भ्रष्टाचार रोकथाम  कानून  के अंतर्गत विजिलेंस थाना एसएएस नगर में मामला दर्ज किया है।